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सनी कमिश्रियेट (माँ) के घर हुआ। वे देश के प्रतिष्ठित टाटा परिवार का हिस्सा थे। उन्होंने टाटा ग्रुप में अपने करियर की शुरुआत 25 की आयु में की।
वर्ष 1959 में आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए वे अमेरिका के काॅरनेल यूनिवर्सिटी गए। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा साल 1962 में भारत लौटने से पहले लॉस एंजिल्स के जोन्स और इमोन्स नामक कंपनी में उन्होंने नौकरी की। 1962 में भारत लौटने के बाद बाद उन्होंने टाटा Gurup Join किया। ग्रुप में उन्हें पहला काम जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील डिविजन में मिला। वर्ष 1975 में उन्होंने हार्वार्ड बिजनेस स्कूल से प्रबंधन का कोर्स किया। वर्ष 1991 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने। ये तो वे बातें हैं कि जो रतन टाटा के बारे में सब जानते हैं। पर रतन टाटा के बारे में कुछ ऐसी भी बाते हैं जो कम ही लोगों को पता है। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
रत्न टाटा के जन्म के कुछ समय पश्चात ही इनके माता पिता ने दूसरे को तलाक देकर अपने आप एक दूसरे से अलग कर लिया उस समय रत्न टाटा छोटे बच्चे थे रतन टाटा को 10 साल की उम्र तक उनकी दादी ने पाला रतन टाटा का पालन पोषण दस वर्ष की आयु तक उनकी दादी लेडी नवाजबाई ने टाटा पैलेस में किया।
Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा रतन टाटा के बर्थडे आज है वह गुरुवार को 86 साल के हो जाएंगे. वैसे उन्हें अब तक तोहफों और बधाईयों का सिलसिला चल रहा है, लेकिन टाटा ग्रुप में उनकी दो फेवरेट कंपनियों ने उन्हें जबरदस्त तोहफा दिया है. ये तोहफा करीब 10,600 करोड़ रुपए का है. जो कल बुधवार को ही देने का ऐलान कर दिया
अमेरिकी तकनीकी दिग्गज आईबीएम के साथ नौकरी की पेशकश के बावजूद, टाटा ने भारत लौटने का फैसला किया और टाटा स्टील के साथ अपना करियर शुरू किया। उनके परिवार के सदस्य कंपनी के मालिक थे, पर उन्होंने एक सामान्य कर्मचारी के तौर पर कंपनी में काम शुरू किया। उन्होंने टाटा स्टील के प्लांट में चूना पत्थर को भट्ठियों में डालने जैसा काम भी किया। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
आज ही के दिन 85 साल पहले रतन टाटा का जन्म हुआ था। वह काउंटी के सबसे सफल व्यवसायियों में से एक हैं और अपने परोपकारी कार्यों और दूरदर्शिता के लिए व्यापक रूप से जाने जाते हैं। भारत के प्रसिद्ध बिजनेस टाइकून के 85वें जन्मदिन पर आइए उनके जीवन के बारे में जानते हैं। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023
विवरण | जानकारी |
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जन्म | 28 दिसंबर 1937 |
आयु | 86 वर्ष |
शिक्षा | कॉर्नेल विश्वविद्यालय, हार्वर्ड बिग स्कूल |
परिवार | नवल टाटा (पिता), सनी कमिश्रियेट (माँ) |
पेशा | टाटा और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष, लोकोपकारक, अन्वेषक |
शीर्षक | मराठा एमेरिटस, टाटा संस और टाटा समूह |
पूर्व अध्यक्ष | जेराडाटा |
बाद में अध्यक्ष | साइरस मिस्त्री (2012), नटराजन चन्द्रशेखरन (2017-मौजूदा) |
पुरस्कार | पद्मविभूषण (2008), पद्म भूषण (2000) |
निवल मूल्य | रु. 6000 करोड़ |
प्रसिद्ध उद्धरण | “मैं सही निर्णय लेने में विश्वास नहीं करता। मैं निर्णय लेता हूं और फिर उन्हें सही बनाता हूं।” Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 |
रतन टाटा अपने बसूलो के बहुत पक्के थे जब वह 25 साल के थे तभी उन्हें विदेश में एक लड़की से प्यार हो गया और वह लड़की भी इनसे बेहद प्यार करती थी दोनो एक दूसरे को खूब पसंद करते थे अचानक उसी समय इनकी दादी मां जिन्होंने इन्हे 10 साल तक पाला था उनकी तबियत बिगड़ गई जब उन्होंने अपने रतन को फोन किया और लास्ट बार देखने को इच्छा जताई Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
तो रतन टाटा घर लौटना पड़ा भारत वापस आते समय अपनी प्रेमिका को को भी लाना चाह रहे थे और वह भी खुशी खुशी उनके साथ आने को तैयार थी लेकिन उनके मां बाप नही माने क्योंकि सन 1962 में भारत और चीन में युद्ध हो रहा था इसली रतन टाटा के साथ अपनी लड़की को भेजने से साफ मना कर दिया
भारत लोटने के बाद अपने वादे के मुताबिक अपनी प्रेमिका का इंतजार करते रहे लेकिन वह नही आई कुछ दिन पश्चात खबर मिली की उनकी प्रेमिका ने किसी और के साथ सादी कर ली तब से आज तक रतन टाटा जी ने सादी नही की वह अपने बसूलो के बहुत पक्के रहे हैं। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
रतन टाटा ने भारत में पहली बार पूर्ण रूप से बनी कार का उत्पादन शुरू किया। इस कार का नाम है टाटा इंडिका। भारत में सौ फीसदी बनी इस कार को पहली बार वर्ष 1998 में ऑटो एक्सपो और जेनेवा इंटरनेशनल मोटर शो में प्रदर्शित किया गया। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा इंडिका पहली देसज कार थी जो पेट्रोल और डीजल दोनों इंजनों में उपलब्ध था। रतन टाटा की अगुवाई में टाटा ग्रुप ने एंग्लो-डच स्टीलमेकर कोरस, ब्रिटिश लग्जरी ब्रांड लैंड रोवर और जगुआर का अधिग्रहण कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंपना डंका बजाया। रतन टाटा के नाम दुनिया की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो बनाने की भी उपलब्धि है। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार रतन टाटा एक प्राइवेट जेट Dassault Falcon के भी मालिक हैं. रतन टाटा का घर मुंबई के कोलाबा में है और समुद्र के किनारे स्थित ये एक आलीशान मेंशन है. यह घर कुल 15,000 वर्ग फुट में फैला है जिसकी कीमत 200 करोड़ से ज्यादा है Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
रतन टाटा एक बार कर्मचारी की जान बचाने के लिए खुद विमान उड़ाने को तैयार हो गए थे। यह वाकया अगस्त 2004 का है। पुणे में टाटा मोटर्स के एमडी प्रकाश एम तेलंग की तबीयत अचानक खराब हो गई और डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत मुंबई ले जाने की सलाह दी। रविवार का दिन था और डॉक्टर एयर एंबुलेंस का जुगाड़ नहीं कर पा रहे थे।
रतन टाटा को विमान उड़ाने और कारों का शौक है रतन टाटा को उड़ने का बहुत शौक है। वह 2007 में F-16 फाल्कन उड़ाने वाले पहले भारतीय बने। उन्हें कारों का भी बहुत शौक है। उनके संग्रह में मासेराती क्वाट्रोपोर्टे, मर्सिडीज बेंज एस-क्लास, मर्सिडीज बेंज 500 एसएल और जगुआर एफ-टाइप जैसी कारें शामिल हैं। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
फोर्ड कंपनी के चेयरमैन ने रतन टाटा का किया अपमान
90 के दशक में जब इंडिगो पहली बार लॉन्च किया गया तब कंपनी की सेल उम्मीदों के अनुरूप नहीं हो पाई। उस वक्त टाटा ग्रुप ने चुनौतियों से जूझ रही टाटा मोटर्स के पैसेंजर कार डिविजन को बेचने का फैसला लिया। इसके लिए रतन टाटा ने अमेरिकन कार निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर्स के चेयरमैन बिल फोर्ड से बात की। बातचीत के दौरान बिल फोर्ड ने उनका मजाक उड़ाते हुए कहा था कि तुम कुछ नहीं जानते, आखिर तुमने पैंसेजर कार डिविजन शुरू ही क्यों किया? अगर मैं यह सौदा करता हूं तो यह तुम्हारे ऊपर एक बड़ा अहसान होगा। फोर्ड चेयरमैन के इन शब्दों से रतन टाटा बहुत अपमानित हुए पर उन्होंने इसे जाहिर नहीं किया। उसके बाद उन्होंने पैंसेजर कार डिविजन बेचने का अपना फैसला टाल दिया और अपने अंदाज में उनसे इसका बदला लिया। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
नौ साल बाद रतन टाटा ने अमेरिका में हुए अपमान का ऐसे लिया बदला
फोर्ड के साथ डील स्थगित करने के बाद रतन टाटा स्वदेश लौट आए और टाटा मोटर्स के कार डिविजन पर ध्यान केंद्रित कर उसे बुलंदियों पर पहुंचा दिया। फोर्ड के मुखिया से हुई बातचीत के करीब नौ वर्षों के बाद टाटा मोटर्स की कारें पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना चुकी थीं। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा कंपनी की कारें दुनिया की Best Selling कैटेगरी में शामिल थी। वहीं दूसरी ओर, Ford Company की हालत बिगड़ती जा रही थी। डूबती हुई Ford Company को उबारने का जिम्मा टाटा ने लिया और साथ में उन्होंने नौ साल पहले हुए अपने अपमान का बदला भी ले लिया। दरअसल, चुनौतियों से जूझ रहे फोर्ड को उबारने के लिए रतन टाटा ने उसके लोकप्रिय Brand Jaguar Cars और Land Rover को खरीदने का ऑफर किया। पर इसके लिए वह अमेरिका नहीं गए बल्कि Ford Company के चेयरमैन को डील के लिए भारत बुलाया। Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा
Ford Company के चेयरमैन के बदले सुर, की रत्न टाटा की तारीफ
अपने अपमान का बदला लेने के लिए रतन टाटा ने बिना कुछ कहे ही ऐसी स्थिति पैदा कर दी जिससे फोर्ड चेयरमैन को अपना सुर बदलना पड़ा। मुंबई में रतन टाटा के ऑफर को स्वीकार करते हुए Ford Company के चेयरमैन Bill Ford ने वही बातें अपने लिए कहीं जो कभी उन्होंने रतन टाटा का अपमान करते हुए कही थी। उस दौरान उन्होंने रतन टाटा को धन्यवाद करते हुए कहा, “आप Jaguar और Land Rover सीरीज को खरीदकर हम पर बड़ा एहसान कर रहे हैं।”
रतन टाटा जी अपने समय के बहुत पवन थे वह पैसों से ज्यादा समय को अपना मानते थे एक समय की बात है वह सभी अपनी टीम के साथ एक मीटिंग में जा रहे थे तभी अचानक उनकी एक गाड़ी में पंचर हो गया तो उनके सभी साथ वाले कोई चाय पी रहा था कोई कहीं बैठा था कोई घूम रहा था Ratan tata ko Birthday Best Gift 2023 क्या मिला वर्षो बाद मिला इतना बड़ा तोहफा सभी अपने-अपना टाइम काट रहे थे लेकिन रतन टाटा जी अपने बाजुओं को ऊपर करके टायर पंचर बनाने वाले की मदद कर रहे थे और दूसरे वाले टायर को भी चेक कर रहे थे तो उनके साथ वाले आए और उनसे पूछा कि आपको यह करने की क्या जरूरत है तो उन्होंने कहा अगर यह काम 15 मिनट में होगा और मैं इस काम को उनके साथ मिलकर कर बाऊंगा तो यह काम उसे आधे समय में हो जाएगा तो यहां का जो टाइम बचेगा मैं उसको पहुंचने वाली मीटिंग में ज्यादा समय दूंगा और उनको अच्छे से अपने बिजनेस के बारे में समझाऊंगा मेरा बिजनेस ऊंचाइयों को छू जाएगा बस यही बात है थी जो रतन टाटा जी के लिए बहुत वैल्युएबल थी वह कीमती समय कहीं भी बर्बाद नहीं किया करते थे
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